नरमा चुगाओ रसगुल्ले गुलाब जामुन खाओ किसान ने ट्राली में मिठाई रखकर गांव में लगाई आवाज

एक किसान ने नरमा चुगाने के लिए एक ट्राली में गुलाब जामुन और रसगुल्ले रखकर आवाज लगाई की नरमा चुगाओ और रसगुल्ले और गुलाब जामुन खाओ। इस बार कपास की फसल नहीं किसने की दुर्दशा कर रखी है। कपास की फसल थोड़ी बहुत खराब होने पर कोई भी व्यक्ति कपास को चुगने के लिए तैयार नहीं है।

किसान कपास को चुगाने के लिए हर प्रकार से प्रयास कर रहा है। लेकिन उसके कपास के पास कोई भी नहीं जा रहा है। किसान अपने कपास को चुगाने या अपने खेत को खाली करवाने के लिए वह मजदूर को ₹600 प्रतिदिन की देहाड़ी पर खेत में ले जाने के लिए तैयार हो चुका है।

लेकिन फिर भी किसान के खेत गेहूं की बिजाई के लिए खाली नहीं हो रहे हैं। एक किसान का खेत खाली न होने पर उसने एक ऐसा प्रयास किया जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हो रहा है।

अब किसान जल्दी से जल्दी गेहूं की बिजाई करना चाहता है। इस समय जो गेहूं की बिजाई की जा रही है उसे गेहूं की अगेती बिजाई भी कहते हैं। इस समय गेहूं की अनेक वैरायटी आ चुकी है। इस बुवाई से किसान को अधिक फायदा भी हो सकता है। लेकिन किसान गेहूं की बुवाई करने के लिए सक्षम नहीं हो पा रहा है।

क्योंकि उसका खेत कपास के कारण से खाली नहीं हो पा रहा है। किसान के खेत में स्थित कपास को कोई मजदूर चुगना नहीं चाहता है।

इस बार कपास की फसल में गुलाबी सुंडी के अटैक से कपास की फसल खराब हो गई है। जिस कारण से कपास की फसल अभी तक समाप्त नहीं हुई है। जिस कारण से कपास की पैदावार में असर पड़ा है।

इस बार कपास की फसल को चुगाने के लिए अत्यधिक किसानों का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति उनकी फसल को चुगता है तो वह उसे फसल का आधा हिस्सा देने को तैयार है। लेकिन कोई भी व्यक्ति या मजदूर कपास को चुगने के लिए तैयार नहीं है।