मौसम_अपडेट: खाड़ी से आ रहा ताज़ा LPA यूपी, उत्तराखंड औऱ पुर्वी हरियाणा में देगा भारी बारिश: पंजाब, पश्चिमी हरियाणा औऱ राजस्थान सिस्टम के प्रभाव से रहेंगे बाहर:
मॉनसून 2022 उत्तर भारत के कई इलाकों से गुजर चुका है। मानसून की वापसी रेखा अभी भी जम्मू, उना, चंडीगढ़, करनाल, बागपत, दिल्ली, अलवर, जोधपुर, बाड़मेर और नलिया से गुजर रही है।
लेकिन प्रशांत महासागर में बना चक्रवाती तूफान नोरू कमजोर होकर अब म्यांमार के साथ लगते बंगाल की खाड़ी के ऊपर आ चुका है। जो अगले 2 दिन तक बंगाल की खाड़ी में रहकर सक्रिय होगा और फिर उड़ीसा से टकराकर मध्य व भारत की तरफ रुख करेगा। जिसके कारण उत्तर व मध्य भारत मे मॉनसून एक बार फिर से सक्रिय होगा।
आगामी सिस्टम के कारण मध्य व मध्य-पुर्वी भारत के पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, ओडीशा, विदर्भ और मध्य प्रदेश में 4 तारीख से लेकर 8 तारीख के बीच कई जगह हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां देखी जाएंगी। कुछ जगह भारी बारिश भी होगी तो कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश भी संभव है।
उत्तर-मध्य महाराष्ट्र और मालवा के पश्चिमी इलाकों में 4 से 8 तारीख से हुई बिखरी हुई हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां देखी जाएंगे कुछ एक जगह भारी बारिश भी हो सकती है।
वहीं गुजरात में इस सिस्टम के कारण मौसम में बदलाव नही होगा। लगभग संपूर्ण गुजरात में बारिश की संभावना नहीं है। हालांकि सौराष्ट्र के दक्षिणी इलाकों में 6, 7, 8, 9 तारीख को हल्की बारिश की गतिविधियां देखी जाएगी। लेकिन वह बारिश LPA के कारण नहीं होंगी।
उत्तर भारत में 4 अक्टूबर से 8 अक्टूबर के बीच लो प्रेशर एरिया के कारण सबसे ज्यादा प्रभाव उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में देखने को मिलेगा। जिसके कारण पूर्वांचल, बुंदेलखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में सभी जगहों पर मध्यम से भारी बारिश होगी। कई जगह अति भारी बारिश भी देखी जाएगी। तो कुछ जगहों पर भारी से अति भारी बारिश भी संभव है।
संपूर्ण उत्तराखंड के साथ-2 उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, मेरठ, मुरादाबाद, बरेली, लखनऊ व देवीपाटन संभाग के जिले हाई अलर्ट पर रहेंगे। इन इलाकों में सबसे ज्यादा प्रभाव देखने को मिलेगा, जिसके कारण बाढ़ की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है।
हिमाचल प्रदेश, पूर्वी हरियाणा, दिल्ली और पूर्वी राजस्थान में बिखरी हुई हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां देखी जाएगी। कुछ जगह भारी बारिश हुई संभव है।
हरियाणा के यमुना नदी से सटे इलाकों में और हिमालय से लगते यमुनानगर के इलाकों में भारी बारिश की गतिविधियां देखी जा सकती है। साथ ही कही-2 अति भारी बारिश भी होने की संभावना है।
जम्मू कश्मीर, लद्दाख, पंजाब, पश्चिमी हरियाणा, उत्तर व मध्य राजस्थान, पश्चिमी राजस्थान व दक्षिण राजस्थान में इस सिस्टम का प्रभाव लगभग न के बराबर रहेगा। इन इलाकों में 5 से 7 तारीख के बीच हल्की बादलवाही देखी जाएगी। लेकिन बारिश की गतिविधियां सिर्फ सीमित इलाकों में होगी।
LPA के हल्के असर के कारण पश्चिमी हरियाणा, पूर्वी पंजाब उत्तर-पूर्वी राजस्थान में बादलवाही के बीच हल्की बारिश या बूंदाबांदी देखने को मिल सकती है। लेकिन कही भारी बारिश की उम्मीद नहीं है।
जल्द ही इस सिस्टम पर विस्तृत अपडेट भी दे दी जाएगी।