जनवरी में नहीं होंगे एमसीएक्स पर कॉटन के सौदे।
अगस्त 2022 में बाजार नियामक सेबी ने बाजार के साथ अनुबंध विनिर्देशों को संरेखित करने के लिए देश के सबसे बड़े कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स पर सभी कपास वायदा अनुबंधों में व्यापार को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया है।
खुद एमसीएक्स ने भी एक सर्कुलर में यह जानकारी दी है कि एक्सचेंज के नियमों, उप-नियमों और व्यावसायिक नियमों के प्रावधानों के संदर्भ में एक्सचेंज के सभी सदस्यों को अधिसूचित किया जाता है कि एक्सचेंज कॉटन अनुबंध को संशोधित करने की प्रक्रिया कर रहा है। इसलिए, जनवरी 2023 का कॉटन अनुबंध में किसी भी नए पोजिशन की अनुमति नहीं दी जाएगी। फरवरी 2023 और उसके बाद के लिए कपास का अनुबंध अस्थाई रूप से बंद है। यह तब तक लांच नहीं होंगे जब तक कि संशोधित विनिर्देश को अंतिम रूप नहीं दिया जाता है।
यही वजह है कि अब एमसीएक्स पर जनवरी और उसके बाद के लिए हैजिंग का कोई ऑप्शन ही नहीं दिख रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि एमसीएक्स के ना होने पर भारतीय कपास बाजार के भाव बहुत हद तक NYCE ( New York Cotton Exchange ) पर निर्भर करेंगे। हालांकि इन सबके बीच कॉटन की कीमतों में गिरावट आई है जो इंडस्ट्री के लिए अच्छी खबर कही जा सकती है।
नोट: व्यापार अपने विवेकानुसार ही करे किसी भी लाभ हानि की जिम्मेवारी हरियाणा मंडी भाव वेबसाइट नही लेती है