गदर फिल्म में भले ही तारा सिंह सकीना को लेकर भारत आ जाता है लेकिन रियल लाइफ में तारा सिंह यानी बूटा सिंह जब Zainab को लेने पाकिस्तान गए थे वहां से कभी वापस नहीं आए अब ऐसा क्या हुआ था आइए जानते है दरअसल साल 1947 भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के बाद शुरू हुए दंगो में बूटा सिंह ने Zainab की लड़की को बचाया था लेकिन दंगो की वजह से Zainab को परिवार पाकिस्तान चला गया था इधर दोनों को एक दूसरे से प्यार हुआ ओर शादी भी हो गई साथ ही उनके 2 बच्चे भी हो गए थे लेकिन तभी भारत सरकार ने कानून लागू किया जिसके तहत बंटवारे के बाद जो भी पाकिस्तान भारत में रह गए थे उन्हें पाकिस्तान भेज दिया जाएगा जिसके चलते Zainab को भी पाकिस्तान भेज दिया गया
लेकिन बूटा सिंह Zainab के बिना रह नहीं पाए उन्होंने illegally पाकिस्तान जाने का फैसला किया जब बूटा सिंह Zainab के घर पहुंचे तो Zainab के घर वालो ने बूटा सिंह का अपमान किया और उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया जब पाकिस्तान के कोर्ट ने जब Zainab से पूछा कि क्या वो भारत वापस जाना चाहती है तो घर वालो के दबाव में आकर Zainab ने बूटा सिंह के साथ जाने से मना कर दिया इस सदमे से टूटकर बूटा सिंह ने ट्रेन के सामने आकर अपनी जान दे दी जब उनकी जेब से चिट्ठी निकली उसमें लिखा हुआ था कि उनकी कबर के Zainab गांव में ही बनाई जाए लेकिन बूटा सिंह की आखरी ख्वाहिश भी Zainab के घर वालो ने पूरी नहीं होने दी बूटा सिंह को पाकिस्तान कि सबसे बड़ी कबर गा में दफनाया गया लेकिन जब ये बात पाकिस्तान के लोगो को पता चली जब से बूटा सिंह को shaheed e mohabbat कहा जाने लगा