सरसो
नीचे दाम पर तेल मिलों की खरीद बढ़ने के कारण घरेलू बाजार में गुरुवार को सरसों की कीमतों में सुधार आया। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 25 रुपये तेज होकर दाम 5,850 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक घटकर 4.50 लाख बोरियों की हुई।
विश्व बाजार में खाद्वय तेलों की कीमतों में मिलाजुला रुख रहा तथा जहां मलेशियाई पाम तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि इस दौरान शिकागो में भी सोया तेल की कीमतें तेज हुई। घरेलू बाजार में तेल मिलों की बिक्री कम होने से सरसों तेल की कीमतों में हल्का सुधार आया, साथ ही इस दौरान सरसों खल के दाम तेज हुए।
प्रमुख उत्पादक राज्यों की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक में कमी दर्ज की गई, हालांकि सरसों का बकाया स्टॉक पिछले साल की तुलना में अभी भी ज्यादा है। इसलिए मंडियों में इसकी दैनिक आवक दीपावली के बाद फिर बढ़ेगी। सरसों तेल में त्योहारी मांग लगभग पूरी हो चुकी है, लेकिन आगे खपत का सीजन है इसलिए सरसों तेल में मांग बनी रहेगी। हालांकि इसकी कीमतों में तेजी, मंदी काफी हद तक आयातित खाद्वय तेलों के दाम पर ही निर्भर करेगी।
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी और एक्सपेलर की कीमतों में गुरुवार को हल्का सुधार आया। कच्ची घानी तेल के भाव एक रुपये तेज होकर दाम 1,069 रुपये प्रति 10 किलो हो गए, जबकि एक्सपेलर तेल के दाम भी एक रुपये बढ़कर भाव 1,059 रुपये प्रति 10 किलो बोले गए। जयपुर में गुरुवार को सरसों खल के दाम दस रुपये तेज होकर भाव 2,975 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक घटकर 4.50 लाख बोरियों की ही हुई, जबकि इसके पिछले कारोबारी दिवस में आवक 5.25 लाख बोरियों की हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 2.40 लाख बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 50 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 40 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 20 हजार बोरी तथा गुजरात में 25 हजार बोरी, एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 75 हजार बोरियों की आवक हुई।