फूलों की खेती

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By vijaypal chahar

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फूलों की खेती एक लाभदायक और सुंदर कृषि प्रयास है जिससे विभिन्न प्रकार के फूल उत्पादित किए जाते हैं। फूलों की खेती साधारणतः छोटे स्तर पर शुरू की जाती है, लेकिन इसका व्यापक उपयोग फूलों के बिक्री और विशेष अवसरों के लिए किया जा सकता है, जो स्थानीय बाजारों से लेकर निरंतर विदेशी निर्यात तक जा सकता है।
कुछ महत्वपूर्ण फूलों की खेती के प्रकार निम्नलिखित हैं:

गेंदा (रोज़): गेंदे का फूल सबसे अधिक खेते जाने वाला फूल है, जिसे लोग खूबसूरती और भावुकता के लिए पसंद करते हैं। यह फूल विभिन्न रंगों में उपलब्ध होता है और विवाह, उत्सव और अन्य सामाजिक अवसरों पर इसका उपयोग होता है।

गुलाब (रोज़): गुलाब एक और प्रसिद्ध फूल है जो खेते जाते हैं। इसकी खेती से गुलाब का तेल, गुलाबी पानी, रोज़ जली, गुलाबी इत्र, और विभिन्न खूशबूदार उत्पादों का उत्पादन किया जाता है।

चमेली: चमेली के फूलों की खेती खासकर उन इलाकों में की जाती है जो इसकी खुशबू का उपयोग करते हैं। चमेली का इत्र बनाने के लिए भी इसका उपयोग होता है।

कैलेंडुला (गेंदा फूल): कैलेंडुला एक प्रकार का मेडिकल फूल है, जिससे तेल निकाला जाता है और इसका उपयोग त्वचा संबंधी समस्याओं के इलाज में किया जाता है।

ट्यूलिप: यह फूल सर्दी के मौसम में बड़े प्रसिद्ध होता है और खेती का व्यापक रूप से उत्पादन किया जाता है।

फ्रेंजी: फ्रेंजी के फूल भी अपनी खासियत के लिए प्रसिद्ध हैं और इसकी खेती भी की जाती है।

फूलों की खेती के लिए सही मौसम, मिट्टी की उपयुक्तता, निर्यात और नागरिक बाजार में फूलों के बिक्री के लिए आवश्यक अवसरों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण होता है। इसके लिए नवीनतम खेती तकनीक और सम्बंधित विज्ञान भी समय-समय पर अपनाए जाने चाहिए। अगर आप फूलों की खेती में रुचि रखते हैं, तो आप स्थानीय बाजार ज्यादा जाने

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