चना रिपोर्ट
मौसम खराब होने से एमपी की मंडियों में देसी चने की आपूर्ति कम हो गई है। दूसरी ओर स्टॉक भी बाहरी ट्रेड के कारोबारियों के औने-पौने भाव में कट गए हैं, उसे देखते हुए अभी मंदा तो बिल्कुल नहीं है, लेकिन लंबी की उम्मीद अभी ठहर कर करना चाहिए। फिलहाल अभी चना 200 रुपए बढ़कर 50 रुपए सुस्त हो गया। कुछ दिन ठहर कर भविष्य में फिर देसी चना तेजी का रंग दिखा जाएगा। इस बार देसी चने की बिजाई एमपी एवं राजस्थान दोनों ही मुख्य उत्पादक राज्यों में कम हुई है। अतः वर्तमान 5325/5350 रुपए प्रति क्विंटल के चने में जोखिम नहीं है।
काबुली चना
काबुली चने में पिछले 3 दिनों से महाराष्ट्र मध्य प्रदेश बरसात होने से बाजार बढ़ा हुआ है। महाराष्ट्र के सावदा मंडी में काबुली चने की आवक कम हो गई है। मध्यप्रदेश में भी काबली चने की फसल तैयार हो गई है, लेकिन मौसम की मार से आवक घट गई है। कर्नाटक में कटाई बरसात से रुक गई है, इन सारी परिस्थितियों को देखते हुए हर तरह के काबली चने की लिवाली करते रहना चाहिए तथा अभी कुछ दिन मंदे का समय नहीं है।
व्यापार अपने विवेक से करें
